20/03/2012

MERA KHWAB HAI --

लम्बा सफर है,
बहुत दूर जाना हैँ.
आसमा को छूना है, कुछ कर दिखाना हैँ.
गगन की ऊँचाइयोँ तक,
खुद को ले जाना हैँ . कुछ आशाएँ हैँ दिल मेँ ,
ये दुनियाँ को बताना हैँ .
जिन्दगी की कठिन राहो मे,
गीत अपना गुनगुनाना हैँ.
अपनी तकदीर खुद,
अपने हाथो से बनाना हैँ.
आखो मे सजे सपने को,
सच कर दिखाना हैँ.
दुनियाँ की इस भिड मेँ ,
कुछ अलग पहचान बनाना हैँ .
अपने जोश को , चरम तक पहुचाना हैँ.
हर गम ओर खुशी मे, सदा मुस्काना हैँ . र्पेरणा बनकर सबके लबोँ पर, अपना लाना हैँ !!

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