19/04/2012

* VERY NICE LINES**

आप अपनी आंख बंद करके
ध्यान लगाएं और खुद से पूछे
कि कौन सा काम करते
समय आपको आनंद आता है |
ऐसी कौन-सी दुनिया है,
जो आपको बुलाती है जहाँ आपको अधिक खुशी हो|
तभी तुम सही फैसला कर
पाओगे |
प्रसन्नता आत्मा को शांति देती है यही सुकून हमारी दौलत है
|MKT
आनंद ही ब्रह्म है, आनंद से
ही सब प्राणी उत्पन्न
होते हैं. उत्पन्न होने पर
आनंद से ही जीवित रहते हैं
और मृत्यु से आनंद में
समा जाते हैं| ~ 'उपनिषद"
प्रसन्नता स्वास्थ्य
देती है, विषाद रोग देते
हैअब आपके ऊपर है आपको कैसे रहना है।
मनुष्य अपने आनंद
का निर्माता स्वयं है। ~mkt

प्रसन्नचित्त मनुष्य
अधिक जीते हैं | ~
शेक्सपियर
प्रसन्न करने का उपाय है,
स्वयं प्रसन्न रहना।
हर्ष के साथ शोक और भय
इस प्रकार लगे हैं जैसे
प्रकाश के संग छाया,
सच्चा सुखी वही है
जिसकी दृष्टि में
दोनों समान हैं| ~ 'धम्मपद'

जो व्यक्ति सभी को खुश
रखना चाहेगा, वह
किसी को खुश नहीं रख
सकता |
सुख सर्वत्र मौजूद है,
उसका स्त्रोत हमारे
ह्रदयों में है | ~ रस्किन
सुख का रहस्य त्याग में है |
~ एण्ड्रयू कारनेगी
सुख बाहर से मिलने
की चीज नहीं, मगर
अहंकार छोड़े बगैर
इसकी प्राप्ति भी होने
वाली नहीं | ~
महात्मा गांधी
जीवन का वास्तविक सुख,
दूसरों को सुख देने में हैं,
उनका सुख लूटने में नहीं | ~
मुंशी प्रेमचंद

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