04/06/2012

AATM VISVAS ki Sakti

कैटलिना द्वीप
कैलिफोर्निया के
समुद्री किनारे से इक्कीस
मील दूर है, और कई
लोगों ने इस दूरी को तैर
कर पार करने
की चुनौती ली .
४ जुलाई
१९५२ को फ्लोरेंस चैडविक
कालोफोर्निया तक तैरने
के लिए कैटलिना द्वीप के
पानी में उतरी.
उसने अच्छी शुरुआत की और
सबकुछ
सही हो रहा था कि
अचानक धुंध छाने लगी और
मौसम ठंढा होने लगा. पैर
भी वो लगी रही और
संघर्ष करती रही, लेकिन
१5 घंटे बाद, वो एकदम
शिथिल और ठंडी पडने
लागित ही, उसने खुद
को पानी से बाहर
निकालने को कहा.
जब वो सामान्य हुई,
तो उसे
बताया गया कि जब उसे
पानी से
निकाला गया तो वह
कैलिफोर्निया के किनारे
से मात्र आधा मील दूर
थी. उसने कहा कि वो ये
कर सकती थी, अगर कोहरे
ने उसकी दृष्टि कमजोर
ना कर दी होती तो और
वो असफल होने पर रोई ये देख
पति कहाँ टूटना नही
मंजिल दूर नही है. उसने
वादा किया कि यह
आखिरी बार है जब उसने
हिम्मत हारी है.अब
वो वापस अपने कठिन
अभ्यास के लिए गयी. और
दो महीने बाद उसने
वो दूरी पार कर ली.
उसने यह कर दिखाया.इस
बार ओर अधिक धुंध थी और ठंढ
पड़ रही थी, और
उसकी नज़र
धुंधली पड़ी भी थी, लेकिन इस
बार वह दृढ आत्मविश्वास
के साथ और
अपनी मानसिक दृष्टि के
साथ तैर रही थी. उसे
पता था कि कोहरे के उस
तरफ कही पर जमीं हैओर उसे वहाँ जाना है वह
सफल हुई और
पहली महिला बनी जिसने
उस दूरी को तैरकर पार
किया हो. यहाँ तक
कि उसने
पुरुषों का कीर्तिमान
भी दो घंटे से पीछे छोड़
दिया.
नैतिक पहलू: जब आप
अपना लक्ष्य निर्धारित
करते हैं, तो तब भी उसके
लिए तब भी प्रयासरत
रहिये जब आप मानसिक
या शारीरिक रूप से थके
हों और सामने कई
चुनौतियाँ हों. अपने
लक्ष्य को एकदम कांच
कि तरह स्पष्ट रखिये और
कभी भी बीच में ना हिम्मत
हरिये! अपनी मंजिल पर
नज़र रखिये, दृढ
प्रतिज्ञा बने रहिये और
आप निश्चित रूप से
अपनी मंजिल को पा लेंग

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