01/06/2012

SAAHAS

निराशा से आप कभी कुछ हासिल नही कर सकते ओर न ही आज तक कोई कर सका है ! हताश न
होना सफलता का मूल है
और यही परम सुख है।
उत्साह मनुष्य
को कार्य करने के लिये प्रेरित
करता है और उत्साह
ही कर्म को सफल
बनता है। हर व्यक्ति में
प्रतिभा होती है।
दरअसल उस
प्रतिभा को निखारने के
लिए गहरे अंधेरे रास्ते में
जाने का साहस कम
लोगों में ही होता है। क्योकि अंधेरे मेँ ही प्रकाश चमकता है! यह
सच है कि पानी में
तैरनेवाले ही डूबते हैं,
किनारे पर खड़े रहने वाले
नहीं,
मगर ऐसे लोग
कभी तैरना भी नहीं सीख
पाते।
जिस काम को करने
में डर लगता है, उसको करने
का नाम ही साहस है ।
बिना निराश हुए
ही हार को सह
लेना इस पृथ्वी पर साहस
की सबसे बडी परीक्षा है
। संकट के समय ही नायक
बनाये जाते है। तो क्या आपमेँ है वो
धैर्य व साहस जो आपको नायक बना सके, क्योकि सफलता के
लिये कोई लिफ्ट
नही जाती इसलिये
सीढ़ीयों से
ही जाना पड़ेगा।
कष्ट और
विपत्ति मनुष्य
को शिक्षा देने वाले
श्रेष्ठ गुण हैं।
जो साहस के
साथ उनका सामना करते
हैं,
वे अवश्य विजयी होते हैं।
ऐसे
लोगों के लिए आकाश
ही सीमा है …
–SO BE FIGHTER SKY IS
THE LIMIT FOR YOU!!.........MKT

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