07/06/2012

KAVITA-

फुल बिछे हो या काँटे ,
राह न अपनी छोडो तुम!
टूट पडे दुख का पहाड ,
फिर भी राह से मुँह न मोडो तुम!
साथ रहे या ना रहे अपना कोई,
हिम्मत मगर ना छोडो तुम!
कभी किसी से कुछ ना मांगो ,
काबिल बनो ..यूँ ना हाथ जोडो तुम! हिम्मत बाँधे काम करो,
पहुँचोगे एक दिन मंजिल पे तुम!
जब तक हे दम आगे बढो ,
हारने से पहले हार ना मानो तुम- हार ना मानो तुम....

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