13/05/2012

पेज 2*यदि आपने उपरोक्त नियम
का ध्यान रखा तो आप यह
कहना भूल जाएँगे
कि मेरी याददाश्त
शक्ति कमजोर है।
कैसे रखें याद
परीक्षा के दिनों में
परीक्षा के दिनों में पाठ
याद
रखना किसी थका देने
वाली कसरत से कम
नहीं होता। कई बार याद
किया हुआ पाठ
परीक्षा हाल में घुसते
ही दिमाग
की अंधेरी गुफाओं में जाकर
छिप जाता है। पूरे तीन
घंटे बीत जाते हैं, लेकिन
हर कोशिश नाकाम
रहती है। जैसे ही आप
परीक्षा हाल से बाहर
आते हैं, सभी प्रश्नों के
उत्तर एक-एक करके सामने
आने लगते हैं।
ऐसे में
किसी दिमागी खलल
को दोष देना गलत है।
याद रखने के लिए
सदियों से विद्वान कुछ न
कुछ नया तजवीज करते आए
हैं। इन
नुस्खों को भी आजमाएँ,
हो सकता है कि इस बार
की परीक्षा में आप
भी बाजी मार ले जाएँ।
इस दुनिया में कोई
परफेक्ट नहीं होता,
कभी हो भी नहीं सकेगा।
इसलिए अपनी गलतियों से
सीखिए। नई
चीजों को आजमाने से न
डरें, क्योंकि नई चीजों के
प्रयोग से आपके दिमाग में
कई नए विचार भी आ सकते
हैं। आप अपने दिमाग
को आश्चर्यचकित होने
दीजिए।
आपके शरीर की तरह आपके
दिमाग को भी बेहतर
काम करने के लिए
व्यवस्थित
रहना जरूरी है। इसके लिए
कुछ टिप्स दिए जा रहे हैं।
इनसे न सिर्फ
आपका दिमाग तेज गति से
काम करने लगेगा,
बल्कि परीक्षा के लिए
किसी भी पाठ को याद
रखना आसान हो जाएगा।
बढ़ाएँ दिमाग
की ताकत
आप दिमागी कसरत करने
के लिए अपने आपको तैयार
करें। दिमागी कसरत
शारीरिक कसरत से
भिन्ना होती है। हमारे
देश में शतरंज की ईजाद हुई
तो इसीलिए कि यह
दिमाग की सबसे कठिन
और जोरदार कसरत है।
खैर शतरंज
तो सभी नहीं खेलते हैं,
लेकिन क्रासबर्ड पजल्स
या कम्प्यूटर पर दिए गए
गेम सालिटायर
को तो लगभग सभी पसंद
करते हैं। आप इनसे शुरुआत
कर सकते हैं। आप यदि यह
भी नहीं करना चाहते हैं
तो आसान तरीका है
साधारण स्तर के
गुणा भाग अथवा जोड़
घटाव करना।
हफ्ते में एक बार कोई
कविता या जोक याद
करने की कोशिश करें। इससे
आपका दिमाग शेप में
रहेगा और इसकी ताकत
भी बढ़ेगी। हमेशा कुछ
नया करने की सोच रखिए।

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