18/05/2012

BEST STORY

एक बार एक लड़का अपने
स्कूल की फीस भरने के लिए
वह एक दरवाजे से दूसरे
दरवाजे तक कुछ सामान
बेचा करता था, एक दिन
उसका कोई सामान
नहीं बिका और उसे बड़े
जोर से भूख भी लग
रही थी. उसने तय
किया कि अब वह जिस
भी दरवाजे पर जायेगा,
उससे खाना मांग लेगा.
दरवाजा खटखटाते ही एक
लड़की ने दरवाजा खोला,
जिसे देखकर वह
घबरा गया और बजाय
खाने के उसने...
पानी का एक गिलास
माँग लिया.लड़की ने
भांप लिया था कि वह
भूखा है, इसलिए वह
........एक बड़ा गिलास दूध
का ले आई. लड़के ने धीरे-
धीरे दूध पी लिया."
कितने पैसे दूं?" लड़के ने
पूछा.
" पैसे किस बात के?"
लड़की ने जवाव में कहा."
माँ ने मुझे सिखाया है
कि जब भी किसी पर
दया करो तो उसके पैसे
नहीं लेने चाहिए."
लडका-
तो फिर मैं आपको दिल से
धन्यबाद देताहूँ.
"जैसे
ही उस लड़के ने वह घर
छोड़ा, उसे न केवल
शारीरिक तौर पर
शक्ति मिल चुकी थी ,
बल्कि उसका भगवान् और
इंसानो पर भरोसा और
भी बढ़ गया था.
अब .....कई सालों बाद वह
लड़की गंभीर रूप से
बीमार पड़ गयी. लोकल
डॉक्टर ने उसे शहर के बड़े
अस्पताल में इलाज के लिए
भेज दिया. विशेषज्ञ
डॉक्टर होवार्ड
को मरीज देखने के
लिए बुलाया गया.

वह एकदम आफिस कि सीट से
उठा और उस लड़की के कमरे
में गया. उसने उस
लड़की को देखा, एकदम से बिमारी को
पहचान लिया और कहा ईलाज महंगा पडेगा तो पता चला लडकी के साथ कोई नही फिर उसने तय कर
लिया कि वह उसकी जान
बचाने के लिए जमीन-
आसमान एक कर
देगा..उसकी मेहनत और
लगन रंग लायी और उस
लड़की कि जान बच गयी.
डॉक्टर ने अस्पताल के
ऑफिस में जा कर उस
लड़की के इलाज का बिल
लिया. उस बिल के कौने में
एक नोट लिखा और उसे उस
लड़की के पास
भिजवा दिया लड़की बिल
का लिफाफा देखकर
घबरा गयी,
उसे मालूम
था कि वह बीमारी से
तो वह बच गयी है लेकिन
बिल कि रकम जरूर
उसकी जान लेलेगी. फिर
भी उसने धीरे से बिल
खोला, रकम को देखा और
फिर अचानक उसकी नज़र
बिल के कौने में पेन से लिखे
नोट पर गयी,
जहाँ लिखा था," एक
गिलास दूध द्वारा इस
बिल का भुगतान
किया जा चुका है." नीचे
डॉक्टर होवार्ड के
हस्ताक्षर थे.ख़ुशी और
अचम्भे से उस लड़की के
आंसू टपक पड़े उसने
ऊपर कि और दोनों हाथ
उठा कर कहा,"
हे भगवान!
आपका बहुत-बहुत
धन्यवाद,
आपका प्यार
इंसानों के दिलों और
हाथों द्वारा न जाने
कहाँ- कहाँ फैल चुका है.
तू हम इंसानो से कहाँ क्या करवाता है येँ तू हि जानता है तू गजब है गजब.....

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